(दो दिवसीय प्रशिक्षण–सह–कार्यशाला : प्रथम दिवस)
केकड़ी।
यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ होम्योपैथी, केकड़ी (डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर का संघटक महाविद्यालय) के सेंटर फॉर ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट (CHRD), केकड़ी यूनिट एवं प्रैक्टिस ऑफ मेडिसिन विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय प्रशिक्षण–सह–कार्यशाला “स्नातक विद्यार्थियों के लिए अनुप्रयुक्त क्लिनिकल पल्मोनोलॉजी” का प्रथम दिवस दिनांक 19 दिसंबर 2025 को पुराना सीएचसी भवन, हॉल–02, केकड़ी में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।

यह कार्यशाला प्रख्यात शिक्षाविद्, दूरदर्शी प्रशासक एवं विशिष्ट आयुर्वेद विद्वान प्रो. (वैद्य) गोविंद सहाय शुक्ल, माननीय कुलपति, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन राजस्थान आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जोधपुर की प्रेरणा एवं मार्गदर्शन में आयोजित की गई। कार्यशाला में स्नातक स्तर के बीएचएमएस विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक सहभागिता की।
कार्यशाला के प्रथम दिवस का शुभारंभ पंजीकरण उपरांत उद्घाटन सत्र एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. नवीन कुमार जांगिड़, प्रिंसिपल मेडिकल ऑफिसर, चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण निदेशालय, केकड़ी तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में रामगोपाल सैनी, अध्यक्ष, इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, केकड़ी शाखा उपस्थित रहे।
इस अवसर पर ऑनलाइन माध्यम से प्रो. (डॉ.) गोविंद प्रसाद गुप्ता, नोडल अधिकारी, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ होम्योपैथी, केकड़ी एवं मेडिकल सुपरिटेंडेंट, संजीवनी अस्पताल, जोधपुर ने प्रेरक आशीर्वचन प्रदान किए।

साथ ही डॉ. राकेश कुमार शर्मा, निदेशक, सेंटर फॉर ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट, जोधपुर ने कार्यक्रम के सफल आयोजन हेतु शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए ऐसे अकादमिक आयोजनों को विद्यार्थियों के शैक्षणिक विकास के लिए अत्यंत उपयोगी बताया।
इसी अवसर पर इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी, शाखा केकड़ी के अध्यक्ष रामगोपाल सैनी एवं समिति के अन्य माननीय सदस्यों द्वारा विराट तेजा मेला 2025 में सेवाएं प्रदान करने वाले चिकित्सकों, नर्सिंग कर्मियों एवं विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।

इसके पश्चात डॉ. राजेश कुमार मीणा, निदेशक, CHRD एवं विभागाध्यक्ष, होम्योपैथिक फार्मेसी विभाग ने कार्यशाला की रूपरेखा एवं उद्देश्यों पर संक्षिप्त प्रकाश डाला।
प्रथम तकनीकी सत्र में डॉ. देवेंद्र कुमार शर्मा (एम.डी.), चेस्ट मेडिसिन, जिला चिकित्सालय, केकड़ी ने “इमरजेंसी पल्मोनोलॉजी: क्लिनिकल एप्रोच एवं प्रबंधन” विषय पर व्याख्यान प्रस्तुत किया।
द्वितीय सत्र में डॉ. लोकेश वर्मा (एम.डी.) ने “लक्षण आधारित क्लिनिकल एप्रोच द्वारा फेफड़ों के रोगों का निदान” विषय पर विस्तारपूर्वक चर्चा की।
तृतीय सत्र में डॉ. पुनीत आर. शाह, प्राचार्य एवं मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने “विभिन्न श्वसन रोगों में मियाजमैटिक विश्लेषण” विषय पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया।
चतुर्थ सत्र में डॉ. अमिया नंद देव गोस्वामी, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, ऑर्गेनॉन ऑफ मेडिसिन एवं होम्योपैथिक फिलॉसफी द्वारा पल्मोनरी रोगों पर केस डिस्कशन किया गया, जिससे विद्यार्थियों को व्यावहारिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण मार्गदर्शन प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम का संपूर्ण आयोजन एवं सफल संचालन आयोजन सचिव डॉ. पुनीत आर. शाह, प्राचार्य एवं मेडिकल सुपरिटेंडेंट, यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ होम्योपैथी, केकड़ी के कुशल नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में संपन्न हुआ।
कार्यशाला का समन्वय डॉ. राजेश कुमार मीणा, डॉ. अंशुल चाहर, डॉ. प्रकाश एवं डॉ. साक्षी शर्मा द्वारा किया गया। समापन सत्र में सभी वक्ताओं, आयोजकों एवं प्रतिभागी विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।
यह कार्यशाला विद्यार्थियों के नैदानिक ज्ञान, व्यावहारिक कौशल एवं क्लिनिकल सोच को सुदृढ़ करने में अत्यंत उपयोगी एवं सफल सिद्ध हुई।
