
सावर
“लाल धागे वाला बाबा” के नाम से मशहूर पप्पू महाराज पर गंभीर आरोप लगे हैं। बाबा पर न केवल जनता को ठगने बल्कि खुलेआम दबंगई करने, मारपीट करने और महिलाओं के साथ अभद्रता करने जैसे संगीन आरोप लगे हैं। सावर तहसील के मेहरू खुर्द गांव में से सामने आई यह घटना अब पुलिस की जांच के घेरे में आ गई है। प्रार्थी सत्यनारायण मीणा ने अजमेर पुलिस अधीक्षक को दी गई अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 16 फरवरी 2025 को सुबह 8-9 बजे के करीब, जब वह अपनी ईको गाड़ी में सवारी लेने के लिए खड़ा था, तभी लाल धागे वाला बाबा उर्फ़ चंद्रप्रकाश मीणा और उसके साथियों ने उस पर हमला बोल दिया। प्रार्थी का कहना है कि चेतन कहार, राम प्रसाद गुर्जर, महेश योगी, हरीओम योगी, सांवरलाल कहार, दुर्गा गुर्जर, विमला गुर्जर, चनता गुर्जर, मीरा गुर्जर, राधा गुर्जर, बाबा के दो बॉडीगार्ड और अन्य 10-15 लोग वहां पहुंचे और गाली-गलौच करने लगे। इन लोगों ने उससे 100 रुपये रोजाना वसूली की मांग की और मना करने पर बुरी तरह मारपीट की।
महिला से अभद्रता और लूटपाट
सत्यनारायण मीणा ने आरोप लगाया है कि जब उसके छोटे भाई की पत्नी माया देवी बीच-बचाव करने आई, तो रामप्रसाद, चेतन, महेश और अन्य ने उसे नीचे गिराकर उसके गले से तीन सोने की मांडल्या छीन ली। इतना ही नहीं, उसकी साड़ी भी खींचने की कोशिश की गई और उसे धक्का दिया गया।
दुकान और गाड़ी में तोड़फोड़, 3.5 लाख रुपये की लूट
हमलावरों ने न केवल उनकी गाड़ी की चाबी छीन ली, बल्कि उसकी गाड़ी में रखे 3.5 लाख रुपये भी लूट लिए। इसके अलावा, उनकी और उनके भाई की दुकानों में भी तोड़फोड़ की गई, कैबिन, फ्रिज और अन्य सामान तोड़ दिया गया, और गल्ले से 20,000 रुपये भी निकाल लिए गए।
जमीन पर कब्जे का प्रयास और धमकियां
शिकायतकर्ता का यह भी आरोप है कि लाल धागे वाला बाबा और उसके सहयोगी उनकी जमीन पर कब्जा करने की फिराक में हैं। जब उन्होंने इसका विरोध किया, तो उन्हें खुलेआम धमकी दी गई कि अगर उन्होंने जमीन छोड़ने से इनकार किया तो उन्हें और उनके परिवार को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
पुलिस की निष्क्रियता और अस्पताल में भर्ती होने की नौबत
मारपीट के बाद प्रार्थी सत्यनारायण मीणा की हालत बिगड़ गई, क्योंकि वह हार्ट पेशेंट हैं और उनका ब्लड प्रेशर भी बढ़ गया। उन्हें मित्तल हॉस्पिटल, अजमेर में भर्ती कराना पड़ा। इस घटना के बाद उनकी बहन शांति देवी ने पुलिस थाना सावर में रिपोर्ट दर्ज करवाई, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
अब सवाल उठता है कि क्या पुलिस लाल धागे वाला बाबा और उसके गुर्गों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी? ये मामला ना सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाता है बल्कि यह भी दिखाता है कि किस तरह कुछ लोग अपने रसूख और दबंगई के दम पर आम लोगों को परेशान कर रहे हैं।