केकड़ी ।आगामी 12 फरवरी को रेगर समाज केकड़ी द्वारा संत रविदास जयंती धूमधाम से मनाने व सत्संग समारोह के आयोजन को लेकर कादेड़ा रोड स्थित संस्था भवन परिसर में मीटिंग का आयोजन किया गया।
मीटिंग के दौरान कार्यक्रम व सत्संग समिति अध्यक्ष कैलाश उच्चैनिया ने कहा कि रविदास जयंती के अवसर पर 12 फरवरी को दिन में विभिन्न धार्मिक आयोजनों के साथ-साथ रात्रि को सत्संग समारोह का आयोजन भी किया जाएगा। कार्यक्रम के मीडिया प्रभारी महावीर प्रसाद कांसोटिया ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर समाज के लोगों में उत्साह का माहौल है और कहा कि केकड़ी मुख्यालय पर आयोजित संत रविदास जयंती व सत्संग समारोह आयोजन के साथ ही 12 फरवरी को सुबह 9:00 बजे आराध्य बाबा रामदेव जी महाराज के मंदिर से कलश में शोभा यात्रा प्रारंभ होकर नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुए पुनः भेरू गेट स्थित मंदिर परिसर में पहुंचकर संपन्न होगी।
यह भी होंगे शामिल
शोभा यात्रा के दौरान सजी-धजी 251 महिलाएं सिर पर मंगल कलश धारण किए हुए तथा पुरुष हाथों में धर्म ध्वजा थामे हुए डीजे व बैंड बाजों की धुनों पर नाचते गाते कतार बध चलते सैकड़ो महिला-पुरुष शामिल होंगे।वहीं जयपुर,कोटा,अजमेर,भीलवाड़ा टोंक,नागौर सहित कई जिलों से कार्यक्रम व सत्संग समारोह में समाज बंधु व कई संत-महात्मा आयोजन में भाग लेंगे। मीटिंग में पूर्व पार्षद मोहनलाल कांसोटिया, गोपाल लाल वर्मा,रामेश्वर गढ़वाल,गोकुल रेगर,रूपा रेगर आदि ने भी विचार व्यक्त किये।
कमेटियों का किया गठन– कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर भोजन व्यवस्था,बिजली व्यवस्था,जल व्यवस्था,टेंट व पाण्डाल व्यवस्था,माइक व स्टेज व्यवस्था,स्वागत समिति आदि सहित कार्यों को लेकर सभी की सहमति से गठित विभिन्न कमेटियों को दायित्व सौंपे जाने का प्रस्ताव लिया गया।
कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार के लिए इन्हें किया नियुक्त
कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में समाज बंधु शामिल होने को लेकर गांवों में वाहन के माध्यम से प्रचार-प्रसार किए जाने को लेकर मोहनलाल रेगर,महावीर प्रसाद कांसोटिया, सुरेंद्र कांसोटिया,धनरूप गढ़वाल,प्रवीण रेगर सहित नौ सदस्य दल का गठन किया गया।
वही मीटिंग में जुलूस व शोभा यात्रा दौरान दानदाताओं द्वारा रथ पर बैठने,घोड़ियों पर बैठने आदि की बोली 10 फरवरी को लगाए जाने का निर्णय लिया गया।
इस दौरान रेगर समाज अध्यक्ष पारसमल कांसोटिया,सत्संग समिति अध्यक्ष कैलाश उच्चैनिया,गोपाल लाल वर्मा,महावीर कांसोटिया,रामेश्वर गढ़वाल,प्रवीण रेगर,सुरेंद्र कांसोटिया,गजानंद कांसोटिया,राधेश्याम रेगर,पप्पू उच्चैनिया,रणजीत आरेटिया,सुरेश कांसोटिया,चेतन कोटवाल,रामधन हिनोनिया, सुखलाल रेगर भागचंद कांसोटिया रामेश्वर कांसोटिया आदि सहित कई लोग मौजूद थे।