
राजकीय महाविद्यालय केकड़ी में 76वां गणतंत्र दिवस उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय प्राचार्य प्रोफेसर चेतनलाल रेगर द्वारा राष्ट्रीय ध्वजारोहण एवं सामूहिक राष्ट्रगान के साथ हुआ। इसके उपरांत, विद्यार्थियों ने शानदार सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से देशभक्ति का भाव उत्पन्न किया। छात्रा ऐश्वर्या तिवारी ने “विजय विश्व तिरंगा हमारा” गीत प्रस्तुत कर समां बांधा, वहीं छात्र दानिश अली ने “मैं मर भी जाऊं तो वतन आबाद रहेगा” गीत से शहीदों के बलिदान को याद कराया। छात्रा तबस्सुम ने अपने प्रभावी भाषण के माध्यम से गणतंत्र दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. देवीलाल जोशी ने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में भारतीय महापुरुषों, संविधान निर्माताओं एवं स्वतंत्रता सेनानियों को नमन किया। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश दिया कि भौतिक उन्नति के साथ-साथ भारतीय नैतिकता एवं आध्यात्मिक मूल्यों को अपनाकर ही भारत पुनः विश्वगुरु बन सकता है। इस अवसर पर, महाविद्यालय की विभिन्न शैक्षणिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित किए गए। प्राचार्य प्रो. चेतनलाल रेगर ने अपने अध्यक्षीय संबोधन में गणतंत्र दिवस के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि हमारा संविधान ही विविधताओं से भरे भारत को एकता के सूत्र में पिरोता है। उन्होंने महाविद्यालय परिवार एवं विद्यार्थियों को राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्यों एवं जिम्मेदारियों को ईमानदारी और निष्ठा के साथ निभाने का आह्वान किया। कार्यक्रम का संचालन ज्योति मीणा ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन छात्र धनराज खटीक ने किया। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत के साथ हुआ। इस अवसर पर राजेश नरूका, माया पारीक, शहजाद अली, गणपतलाल जाट, राज कुमावत, जगदीश, रामकुमार मीना, बद्रीलाल माली, विनोद साहू, जितेंद्र कुमावत, अमित सहित महाविद्यालय स्टाफ एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में अतिथियों एवं विद्यार्थियों को राष्ट्रीय ध्वज के रंगों से सजी मिठाइयाँ वितरित की गईं, जिससे गणतंत्र दिवस समारोह को यादगार बनाया गया।