केकड़ी। केकड़ी क्षेत्र के छोटे से गाँव मेहरूख़ुर्द में स्थित लाल धागा धाम आज देश-विदेश में अपनी अद्भुत महिमा के कारण प्रसिद्ध हो चुका है। यहां के पीठाधीश महाराज चंद्रप्रकाश मीणा के मार्गदर्शन और भैरव बाबा की दिव्य कृपा से यह धाम श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केंद्र बन गया है।
देश के कोने-कोने से उमड़ रही भीड़
भैरव धाम की ख्याति लगातार बढ़ रही है। भारत के हर प्रदेश से श्रद्धालु अपनी पीड़ा, समस्याओं और मनोकामनाओं को लेकर यहां पहुंच रहे हैं। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में लोग बाबा के दरबार में उपस्थित होकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। कई श्रद्धालुओं का कहना है कि उन्होंने अलग-अलग स्थानों पर अनेक प्रयास किए, पर समाधान उन्हें बाबा भैरवनाथ के धाम में ही प्राप्त हुआ।

धाम की सबसे बड़ी विशेषता
लाल धागा धाम की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यहां आने वाले हर श्रद्धालु के लिए रहने और खाने की पूर्णतः निशुल्क व्यवस्था की जाती है। किसी से कोई शुल्क नहीं लिया जाता। यही सेवा भावना धाम को और भी पवित्र, विश्वसनीय और जनसेवा से जुड़ा बनाती है।

अखंड ज्योत की महिमा — जिसने बदली कई जिंदगियाँ
स्थानीय श्रद्धालुओं के अनुसार, अनेक महिलाएँ जो वर्षों तक संतान प्राप्ति के लिए संघर्ष करती रहीं, उन्होंने धाम में विधिपूर्वक अखंड ज्योत और आरती कर बाबा से प्रार्थना की—और उनकी मनोकामनाएँ पूर्ण हुईं।
- एक महिला श्रद्धालु ने भावुक स्वर में बताया —
- “हमने अस्पतालों के चक्कर काटे, लाखों रुपये खर्च किए, टेस्ट-ट्यूब बेबी तक कराया… लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। जब भैरव धाम के बारे में जाना और आस्था से बाबा की आरती की, तो हमें आश्चर्यजनक रूप से सकारात्मक परिणाम मिला।”
- आज वही महिलाएँ अपने जीवन में खुशियाँ लौटने पर बाबा का आभार व्यक्त कर रही हैं।
बाबा भैरवनाथ की अलौकिक शक्ति — जिस पर है अटूट विश्वास
धाम में आने वाला हर श्रद्धालु बाबा की शक्ति और कृपा का अनुभव करता है। जो भी व्यक्ति निराशा की स्थिति में यहां आता है, वह नई आशा और विश्वास के साथ लौटता है। यहाँ प्रतिदिन ऐसे अनुभव सुनने को मिलते हैं जो श्रद्धा को और भी मजबूत कर देते हैं।

एक अन्य श्रद्धालु महिला ने कहा —
“हमने बहुत पैसा लगाया, लेकिन कहीं राहत नहीं मिली। राहत मिली तो सिर्फ बाबा भैरवनाथ के धाम में। बाबा ने हमारा जीवन बदल दिया।”
इंटरनेशनल लेवल पर पहुंची पहचान
अब लाल धागा धाम की ख्याति अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुँच चुकी है। विदेशों में रहने वाले लोग भी ऑनलाइन माध्यम से धाम से जुड़ रहे हैं और अपनी मनोकामनाएँ पूरी होने की बात साझा कर रहे हैं।

मेहरूख़ुर्द का यह पावन लाल धागा धाम आज केवल आस्था का स्थल ही नहीं, बल्कि हजारों परिवारों के लिए आशा, विश्वास और सकारात्मकता का केंद्र बन चुका है। बाबा भैरवनाथ की दिव्य कृपा और महाराज चंद्रप्रकाश मीणा की सेवा भावना ने इस छोटे से गाँव को राष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट आध्यात्मिक पहचान दिला दी है।
