रक्त की जरूरत पर दौड़े पत्रकार, बचाई महिला की जान, इंसानियत की मिसाल

रक्त की जरूरत पर दौड़े पत्रकार, बचाई महिला की जान, इंसानियत की मिसाल

केकड़ी

राजकीय जिला चिकित्सालय केकड़ी में अचानक एक महिला मरीज को रक्त की आवश्यकता पड़ गई। परिजन चिंतित थे, अस्पताल में बेचैनी थी और हर पल कीमती साबित हो रहा था। इसी दौरान पत्रकार बालमुकुंद वैष्णव को स्थिति की जानकारी मिली। उन्होंने तुरंत फोन कर साथी पत्रकारों को मदद के लिए बुलाया। कॉल मिलते ही पत्रकार गोविंद वैष्णव और पत्रकार पवन टेलर बिना किसी औपचारिकता के सीधे अस्पताल पहुंचे और रक्तदान कर महिला की जान बचाई।

इस आपात स्थिति में दोनों ने न सिर्फ पत्रकारिता का मान बढ़ाया बल्कि मानवता की महान मिसाल पेश की। बताया गया कि गोविंद वैष्णव ने यह उनका जीवन का 19वां रक्तदान है, जबकि पवन टेलर ने पांचवीं बार रक्तदान किया है। अस्पताल में मौजूद लोगों ने कहा कि समाज में ऐसे संवेदनशील लोग ही उम्मीद का उजाला जगाते हैं। खबरें लिखना एक जिम्मेदारी है, लेकिन जरूरत पड़ने पर जीवन बचाना सबसे बड़ा धर्म है। केकड़ी के इन पत्रकारों ने साबित कर दिया कि इंसानियत से बढ़कर कोई खबर नहीं, और सेवा से बड़ा कोई धर्म नहीं।
गोपाष्टमी के अवसर पर लोग जहां गायो को चार डालकर पुण्य कमा रहे थे और पूजा अर्चना कर रहे थे वहीं क्षैत्र के दो युवा पत्रकारों ने मानवता की मिसाल कायम करते हुए अस्पताल पहुंचकर रक्तदान किया इसी तरह राजकीय जिला चिकित्सालय केकड़ी में अपनी पत्नी को दिखाने आए सरवाड़ निवासी नफीस मोहम्मद ने भी मानवीय मूल्यों को समझते हुए जाति धर्म को भूलकर मानवता के धर्म को सर्वप्रिय समझकर रक्तदान किया इस दौरान उनकी पत्नी ने भी उनकी हौसला अफजाई की इस दौरान केकड़ी निवासी पूजा कवर ने भी अपनी सहेली के साथ रक्तदान किया । एक मरीज के लिए एक साथ इतने लोगों को रक्तदान करते देख अस्पताल प्रबंधन ने भी सराहना करते हुए कहा कि युवाओं में रक्तदान के प्रति जागरूकता आ रही है वहीं महीलाए भी बेहिचक होकर रक्तदान करके पुनित काम कर रही है।

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