केकड़ी (अजमेर)__प्रदेशभर में नकली खाद व बीज के बढ़ते मामलों को लेकर शुक्रवार को भारतीय किसान संघ सावर इकाई के कार्यकर्ताओं ने उपखंड कार्यालय सावर पहुंचकर उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा। संघ ने ज्ञापन के माध्यम से राज्य सरकार से मांग की है कि नकली खाद-बीज तैयार करने वाली फैक्ट्रियों, वितरक कंपनियों एवं संलिप्त अधिकारियों पर कठोर कार्रवाई की जाए।
ज्ञापन में कहा गया है कि हाल ही में कृषि मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीना के नेतृत्व में किशनगढ़ में की गई छापेमारी में बड़ी मात्रा में नकली खाद व बीज की फैक्ट्रियाँ पकड़ी गईं, जिससे किसानों के साथ हो रही ठगी का पर्दाफाश हुआ है। भारतीय किसान संघ ने इस कार्रवाई के लिए सरकार का आभार जताया, साथ ही यह भी मांग की कि प्रदेशभर में इंटेलिजेंस निगरानी बढ़ाई जाए और संदेहास्पद गतिविधियों पर कठोर कदम उठाए जाएं।
संघ ने आशंका जताई कि यदि विभागीय अधिकारियों की जानकारी के बिना ये फैक्ट्रियाँ वर्षों तक सक्रिय रहीं, तो विभागीय तंत्र की कार्यप्रणाली पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े होते हैं। साथ ही कंपनियों की चुप्पी भी संदेह को जन्म देती है कि कहीं ये कंपनियाँ स्वयं इस रैकेट में साझेदार तो नहीं ।
संघ ने यह प्रमुख मांगे रखीं:
प्रदेशभर में नकली खाद-बीज की पहचान व नियंत्रण के लिए विशेष अभियान चलाया जाए।
संदेहास्पद खुदरा व्यापारियों की गहन जांच की जाए।
दोषी अधिकारियों, कर्मचारियों एवं कंपनियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए।
किसानों को गुणवत्तायुक्त खाद-बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए।
इस अवसर पर बड़ी संख्या में किसान संघ के कार्यकर्ता उपस्थित रहे। इनमें प्रमुख रूप से –कैलाश प्रजापत (घटियाली), हेमचंद कहार (सावर), कालूराम कुमावत (चांदथली), किशन मीणा (भाडावास), सीताराम मीणा (बीज एवं जैविक निदेशक),रामकिशन (सुनारिया), रामेश्वर जाट (कुशायता), नाथू खारोल, भंवर शर्मा (घटियाली), जसविंदर सिंह (घटियाली), भंवर जाट (मोटालाव), दुर्गा लाल मीणा (जीतापुरा), मथुरा लाल मीणा (पिपलिया), भागचंद मीणा (पिपलिया), दौलत राम कुमावत (बाजटा), रामेश्वर मीणा (सुंदरपुरा) शामिल रहे।
किसान प्रतिनिधियों ने सरकार से अपील की कि अन्नदाता के हितों की रक्षा के लिए यह लड़ाई केवल कार्रवाई तक सीमित न रहकर जड़ से सफाई तक पहुँचे।