गांव की एकता, आस्था और परंपरा का अद्भुत संगम
दिलखुश मोटीस
केकड़ी (अजमेर) जिले के केकड़ी उपखंड क्षेत्र के गांव किडवा झोपड़ा में स्थित चारभुजा मंदिर प्रांगण में आज रात्रि को भव्य जागरण का आयोजन किया जा रहा है। इस धार्मिक कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालु भजन-कीर्तन और आरती के साथ रातभर ठाकुरजी के चरणों में अपनी श्रद्धा समर्पित करेंगे।
यह आयोजन केवल एक धार्मिक रस्म नहीं, बल्कि गांव की वर्षों से चली आ रही समर्पित परंपरा का हिस्सा है। गांव के बुजुर्ग ग्रामीणों ने बताया कि,
“जब से हमारे गांव में चारभुजा मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है, तब से लेकर आज तक हर साल यह जागरण और अगली सुबह गांव बार का आयोजन किया जाता है।”
हर घर में बनता है दाल-बाटी-चूरमा, हर दिल में बसता है ठाकुरजी
इस आयोजन की विशेष बात यह है कि जागरण के अगले दिन गांव के प्रत्येक घर में परंपरागत राजस्थानी व्यंजन – दाल, बाटी और चूरमा – पकाया जाता है। इसे ‘गांव बार’ कहा जाता है, जिसमें पूरा गांव एक साथ भोजन करता है, जिससे सद्भाव, सहयोग और समरसता का वातावरण पनपता है।
जागरण में होंगे लोक भजन, झांकी प्रदर्शन और आरती
गांव बार में सभी जाति-समुदाय के लोग साथ बैठकर करेंगे भोजन
आयोजन को लेकर गांव में उत्सव जैसा माहौल
इस आयोजन से नई पीढ़ी को जहां अपनी जड़ों से जुड़ने का अवसर मिलता है, वहीं पूरे गांव को एक धागे में पिरोने वाली यह परंपरा आज के समय में भी जीवंत है – यह अपने आप में एक मिसाल है।
किडवा झोपड़ा का यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, सामाजिक और सांस्कृतिक चेतना का प्रतीक है। यह परंपरा हमें बताती है कि जहां आस्था होती है, वहां समाज में आत्मीयता और अपनापन भी बना रहता है।