केकड़ी ।राजकीय महाविद्यालय केकड़ी में आज अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ राजस्थान ( उच्च शिक्षा) की स्थानीय इकाई के तत्वावधान में कर्तव्य बोध दिवस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माँ के चरणों में पुष्प अर्पण कर किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एवं मुख्य वक्ता राजकीय महाविद्यालय अजमेर से प्रोफेसर लीलाधर सोनी सर (ABRSM के जिला सचिव), विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर दिलीप गेना सर (ABRSM के इकाई सचिव) तथा प्रोफेसर पोरस कुमार महावर सर (अजमेर इकाई सह सचिव) के सानिध्य में कार्यक्रम आयोजित किया गया।

प्रोफेसर पोरस कुमार महावर ने सभी मंचासीन अतिथियों का परिचय कराया। प्रोफेसर दिलीप गेना सर ने विषय प्रवर्तन करते हुए बताया कि राष्ट्रीयता की भावना को रखते हुए हमें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि एबीआरएसएम एक ऐसा संगठन है जो केवल अधिकारों की बात नहीं करता बल्कि कर्तव्यों पर भी का भी बोध कराता है । उन्होंने एबीआरएसएम संगठन के बारे में भी छात्रों को जानकारी दी। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर लीलाधर सोनी ने बताया कि अधिकार और कर्त्तव्य एक ही सिक्के के दो पहलू है।

हमारे अधिकार किसी न किसी के लिए कर्तव्य हैं अतः हम सभी को अपने प्राणों की परवाह किए बिना अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना चाहिए। हमारे शास्त्रों में कर्तव्यों को धर्म के रूप में परिभाषित किया गया है। उन्होंने कर्तव्य बोध दिवस पर सभी को 5 प्रण दिलाए जिसे पंच परिवर्तन का नाम दिया जो समाज की दिशा बदल सकते हैं। उन पंच प्रणों में स्वदेशी प्रयुक्त करना, पर्यावरण को लेकर जागरूक होना, नागरिक होने के सभी कर्तव्यों को समझना, सामाजिक समरसता का पालन करना और कुटुम्ब प्रबोधन का ज्ञान होना था। अध्यक्षीय उद्बोधन में श्री राजेश नरूका ने एबीआरएसएम शब्द की पूर्ण व्याख्या समझाते हुए उपस्थित छात्रों को अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान होने के लिए प्रेरित किया।
कार्यक्रम का संचालन डॉ नीता चौहान ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन इकाई सचिव माया पारीक ने किया। कार्यक्रम में डॉ कोमल सोनी, डॉ शिखा माथुर, श्रीमती ज्योति मीना, डॉ रजनी, जयंत सर उपस्थित रहे।