
केकड़ी।
जिला बचाओ अभियान के तहत बार एसोसिएशन का 10 दिवसीय सांकेतिक धरने के अंतिम दिन ठंड और कोहरे के बीच भी अधिवक्ता कोर्ट परिसर में धरने पर डटे रहे, अवकाश होने के बावजूद बड़ी संख्या अधिवक्ता धरना स्थल पर पहुंचे सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता सीताराम कुमावत ने सरकार के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि केकड़ी जिले को खत्म करने से जनता को भारी असुविधा हो रही है। उन्होंने बताया कि डेढ़ साल के भीतर जिले के रूप में केकड़ी में कई कार्यालय खुल चुके थे, लेकिन सरकार द्वारा अचानक जिले का दर्जा खत्म कर देने से जनता के विकास और सुविधा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। उन्होंने सरकार से फैसले पर पुनर्विचार की मांग की, ताकि क्षेत्र की जनता को राहत मिल सके। वही इस मौके पर अधिवक्ता आशुतोष शर्मा ने अधिवक्ताओं के इस आंदोलन को आमजन से उम्मीद के अनुसार समर्थन नहीं मिलने से निराशा जताई तथा कहा कि अधिवक्ता आज केकड़ी की हक की लड़ाई लड़ रहे है, आने वाले समय में केकड़ी की जनता को जिला खोने का अहसास होगा तब पछतावे के अलावा कुछ नहीं बचेगा, आमजन को भी अधिवक्ताओं के इस आंदोलन में साथ खड़े होना चाहिए ताकि सरकार के समक्ष मजबूती से जिले का पक्ष रख सके लेकिन जनता का जिले को लेकर मौन होना दुखदाई है। धरना स्थल पर अधिवक्ता आशुतोष शर्मा, सीताराम कुमावत, महासचिव मुकेश शर्मा, इमदाद अली, लियाकत अली, हरिशंकर चौधरी, नरेन्द्र जैन, रोहिंद्र सिंह, रवि पंवार, वरिष्ठ लिपिक हरिओम पारीक, योगेश आचार्य आदि मौजूद थे।
साधारण सभा की बैठक आज
बार एसोसिएशन का 10 दिवसीय सांकेतिक धरना रविवार को समाप्त हो गया। सोमवार को बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज आहूजा की अध्यक्षता में साधारण सभा की बैठक आयोजित की जाएगी। इस बैठक में आंदोलन की आगे की रणनीति तय की जाएगी। बैठक में तय किया जाएगा कि जिला बचाओ आंदोलन के तहत दिए जा रहे सांकेतिक धरने को आगे बढ़ाया जाए या नहीं। साथ ही सरकार के जनविरोधी फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में जनहित याचिका प्रस्तुत करने को लेकर पर चर्चा की जाएगी।